Hey Dukh Bhanjan Bhajan: यह भजन “हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार” एक भक्त की गहन विनती है, जिसमें वह संकटमोचन हनुमानजी से दुख दूर करने और जीवन के कष्टों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना करता है। इसमें अष्ट सिद्धि और नव निधि के दाता के रूप में हनुमानजी की महिमा का भी वर्णन है। यह भजन सरल शब्दों में भक्त की सच्ची पुकार और हनुमानजी की कृपा को दर्शाता है।

🌸🌸हे दुःख भन्जन भजन | Hey Dukh Bhanjan Bhajan🌸🌸
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार।
पवनसुत विनती बारम्बार। पवनसुत विनती बारम्बार।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार।
पवनसुत विनती बारम्बार। पवनसुत विनती बारम्बार।
अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता।
दुखियों के तुम भाग्यविधाता।
सियाराम के काज सवारे।
मेरा करो उधार। मेरा करो उधार।
पवनसुत विनती बारम्बार। पवनसुत विनती बारम्बार।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार।
पवनसुत विनती बारम्बार। पवनसुत विनती बारम्बार।
जपूँ निरंतर नाम तिहरा, अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा।
रामभक्त मोहे शरण में लीजे। रामभक्त मोहे शरण में लीजे।
भाव सागर से तार।
पवनसुत विनती बारम्बार। पवनसुत विनती बारम्बार।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार।
पवनसुत विनती बारम्बार।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार।
🌸🌸पवनसुत विनती बारम्बार।🌸🌸