गीत “सांसो की माला पे सिमरु मै शिव का नाम” एक आसान और प्यारा भक्ति भजन है, जो भगवान शिव के लिए समर्पित है। इसमें हर सांस में शिव का नाम लेने (“साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम”) और उनकी भक्ति में खो जाने की भावना है।
यह गीत दुनिया के झंझटों से दूर रहने (“अब तो दुनियादारी से है, मेरा क्या काम”) और शिव के साथ गहरा प्यार व शांति पाने की बात करता है। इसमें ध्यान, प्रेम और भक्ति की भावना है, और आखिर में जीवन को शिव के चरणों में अर्पण करने की बात कही गई है (“शिवजी के चरणों में अर्पण, ये जीवन तमाम”)। यह भजन बहुत सरल और भावपूर्ण है, जो भक्तों के दिल को छूता है।

🌷🌷सांसो की माला पे सिमरु मै शिव का नाम| Sanso Ki Mala Pe Simru Shiv Ka Naam Lyrics🌷🌷
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
अब तो दुनियादारी से है, मेरा क्या काम।
अब तो दुनियादारी से है, मेरा क्या काम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
शिव के रंग में ऐसी डूबी, बन गया एक ही रूप।
शिव के रंग में ऐसी डूबी, बन गया एक ही रूप।
शिव की माला जपते-जपते, हो गई सुबह-शाम।
शिव की माला जपते-जपते, हो गई सुबह-शाम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
शिवजी मेरे दिल में बसे हैं, संग रहें दिन-रात।
शिवजी मेरे दिल में बसे हैं, संग रहें दिन-रात।
अपने मन की मैं जानूँ, सबके मन की राम।
अपने मन की मैं जानूँ, सबके मन की राम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
साँसों की माला पे, सिमरू मैं शिव का नाम।
🌷🌷शिवजी मेरे अंतर्यामी, शिवजी मेरे स्वामी।🌷🌷