यह आरती माँ दुर्गा को समर्पित एक श्रद्धापूर्ण भजन है, जिन्हें जगत की शक्ति और करुणा का स्रोत माना जाता है। माँ दुर्गा, जिन्हें अंबे, जगदम्बे और काली के नामों से भी जाना जाता है, अपने शेर पर सवार होकर दुष्टों का नाश करने वाली महाशक्ति हैं। वे भक्तों की रक्षा करने वाली, उनके कष्ट दूर करने वाली और संपूर्ण संसार की माता हैं।
इस आरती में माँ के अद्भुत गुणों का वर्णन किया गया है और उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना की गई है। यह आरती माँ और उनके भक्तों के बीच के पवित्र संबंध को दर्शाती है, जो हर प्रकार की विपत्ति से रक्षा और सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं।
माँ दुर्गा की यह आरती श्रद्धा और भक्ति के साथ गाने से हृदय में साहस और शांति का संचार होता है।

🌸 🌺अम्बे तू है जगदम्बे काली🌸 🌺
🌸 🌺Maa Durga Maa Kali Aarti Lyrics🌸 🌺
अम्बे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
तेरे भक्त जनो पर,
भीर पडी है भारी माँ ।
दानव दल पर टूट पडो,
माँ करके सिंह सवारी ।
सौ-सौ सिंहो से बलशाली,
अष्ट भुजाओ वाली,
दुष्टो को पलमे संहारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
माँ बेटे का है इस जग मे,
बडा ही निर्मल नाता ।
पूत – कपूत सुने है पर न,
माता सुनी कुमाता ॥
सब पे करूणा दरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियो के दुखडे निवारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
नही मांगते धन और दौलत,
न चांदी न सोना माँ ।
हम तो मांगे माँ तेरे मन मे,
इक छोटा सा कोना ॥
सबकी बिगडी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को सवांरती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
🌸 🌺🌸 🌺ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥🌸 🌺🌸 🌺